मेरी अनुभूतियाँ ...
Tuesday, 17 November 2015
अधूरी कहानी
अपने हाँथो को
मेरे हाथ में
देना कभी
भूली हुई
आधी पढ़ी किताब की तरह
उन लकीरों में
हमारे अतीत को तलाश कर
ताज़ा करना है
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