मेरी अनुभूतियाँ ...
Tuesday, 15 June 2010
एहसास...
झूठी तस्सली से
सच्ची मायूसी ही भली
दर्द का ही सही
उसमे एक एहसास तो है
2 comments:
संजय भास्कर
said...
बहुत खूब, लाजबाब !
15 June 2010 at 05:50
Ashutosh
said...
धन्यवाद संजय
15 June 2010 at 07:34
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2 comments:
बहुत खूब, लाजबाब !
धन्यवाद संजय
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