- नेतागण के लिए, ये जनसेवा की तत्परता है
- पहले से पदासीन लोगो के लिए, ये मोह और यथार्थ का द्वंद है
- आम आदमी के लिए .................... (आप खुद ही समझदार है)
नारों का हमारे देश के हर बड़े आन्दोलन से गहरा नाता रहा है । इसी संबंध को सम-सामायिक परिपेक्ष में देखता फुरसतिया जी का यह लेख - हर जोर जुलुम की टक्कर में संघर्ष हमारा नारा है
2 comments:
tum itni shudh hindi bol lete ho[:0]
jus felt..Rahul Gandhi is all set to over U.P and expectedly bring prosperity n peace to the state.
P.S: DO VOTE.You 'r the juror.
@ विजेता ,
बस एक चेष्ठा मात्र है .... उत्तर प्रदेश के सामाजिक ताने - बाने और चुनावो के बीच के संबंध को समझने में बड़े-बड़े दिग्गजों ने पूरा जीवन आभूत कर दिया, ये क्या चीज़ है ....
- आशुतोष
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